New Delhi. नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 10 अगस्त को वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे राहत एवं पुनर्वास प्रयासों की समीक्षा करेंगे। केरल के पर्वतीय वायनाड जिले में गत 30 जुलाई को तड़के कई जगहों पर हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद मृतकों की संख्या 226 हो गई है। क्षेत्र के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में अभी भी तलाश अभियान जारी है और आज शव खोजी कुत्तों को अधिक संख्या में आपदा स्थलों पर मलबे के नीचे दबे अवशेषों की तलाश में लगाया गया।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 10 अगस्त को सुबह करीब 11 बजे कन्नौर पहुंचेंगे। वहां से वह वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। पीएम मोदी दोपहर करीब 12:15 बजे भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे, जहां बचाव बलों द्वारा उन्हें निकासी प्रयासों के बारे में जानकारी दी जाएगी। वह वहां चल रहे पुनर्वास कार्यों की देखरेख करेंगे। प्रधानमंत्री राहत शिविर और अस्पताल का भी दौरा करेंगे, जहां वे भूस्खलन के पीड़ितों और बचे लोगों से मिलेंगे और उनसे बातचीत करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जहां उन्हें घटना और चल रहे राहत प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बृहस्पतिवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 अगस्त को वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री आपदा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए केंद्रीय सहायता प्रदान करने के संबंध में सकारात्मक रुख अपनाएंगे। विजयन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी की शनिवार को वायनाड की यात्रा भूस्खलन को ‘राष्ट्रीय या गंभीर आपदा’ घोषित करने के राज्य सरकार के अनुरोध के बीच हो रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के अनुरोध के बाद गृह मंत्रालय ने आपदा की गंभीरता की जांच करने और इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए नौ-सदस्यीय समिति नियुक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अनुकूल निर्णय लिया जाएगा। हमने इस मुद्दे पर उन्हें पहले ही लिखा है और अब तक प्रदान की गई मदद और समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है।’’ ताजा स्थिति के अनुसार, भूस्खलन में लापता लोगों की संख्या करीब 138 है और 226 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वायनाड जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, सात अगस्त तक आपदा प्रभावित इलाकों और चलियार नदी से 192 अंग भी बरामद किए गए।